बस्ती,पत्रकारिता बहुत सशक्त और समृद्ध है, इसे किसी ताकत या संरक्षण की जरूरत नही-आईजी

   

     बस्ती,शुरूआत से लेकर आज तक हिन्दी पत्रकारिता का स्वर्णिम इतिहास रहा है। हिन्दी पत्रकारिता के सामने न कोई चुनौती रही और न आगे रहेगी। लोग अक्सर कहा करते हैं पुलिस बडी मेहनत से काम करती है, लेकिन पत्रकारों की मेहनत और लगन के आगे पुलिस की मेहनत गौड़ हो जाती है। ये बाते बस्ती परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक एवं कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राजेश मोदक ने कही।

वे हिन्दी पत्रकारिता दिवस पर प्रेस क्लब में आयोजित गोष्ठी को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे। अपने विचारों को विस्तार देते हुये आईजी ने कहा कि भारत में पत्रकारिता बहुत सशक्त और समृद्ध है, इसे किसी ताकत या संरक्षण की जरूरत नही है।

उन्होने कहा समय के साथ साथ मीडिया के कामकाज के तरीके बदलते रहते हैं, इस बदलाव को हमे स्वीकार करना करना होगा। विशिष्ट अतिथि के रूप में बोलते हुये पुलिस कप्तान आशीष श्रीवास्तव ने कहा पत्रकार समाज की असली ताकत है। पत्रकारिता जितनी सशक्त, समृद्ध होगी लोकतंत्र भी उतना ही सशक्त और समृद्ध होगा।

मुख्य विकास अधिकारी एवं प्रभारी जिलाधिकारी डा. राजेश प्रजापति ने कहा निष्पक्षता, बेबाकी पत्रकारिता का प्राण है। समाचार माध्यमों में छपी खबरों पर सभी भरोसा करते हैं। पत्रकारों को यह तय करना होगा कि उनके द्वारा लिखा गया कन्टेन्ट सच्चाई के कितना करीब है। उन्होने कहा हिन्दी पत्रकारिता का इतिहास 150 वर्षों से ज्यादा पुराना है। तमाम उतार चढ़ाव के बावजूद चौथे स्तंभ का सम्मान आज भी कायम है और आगे रहेगा

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