बस्ती,पूर्वांचल का सबसे लंबा टांडा पुल क्षतिग्रस्त
बस्ती, कलवारी
लुम्बिनी-दुद्धी राजमार्ग पर बस्ती और अम्बेडकरनगर जिले के बीच से गुजरने वाली सरयू (घाघरा) नदी पर बना पूर्वचल का सबसे लंबा (2231 मीटर) बस्ती-टांडा पुलस एक बार फिर जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो गया है। कई जगह स्लैब टूटने के चलते पुल पर जगह-जगह उसमें लगा लोहे का सरिया दिखने लगा है। गड्ढा बनने लगा है। समय रहते अगर इसकी मरम्मत न की गई तो कभी भी स्थिति नाजुक हो सकती है।
स्लैब पर सरिया निकलने के चलते उस पर गुजरने वाले वाहन अक्सर पंचर हो जाते हैं या फिर उसका पहिया दग जाता है। वहीं दो पीलर के बीच ज्वाइंट वाली जगह पर कई जगहों पर लगी लोहे की पत्ती और रबड़ का गुटखा भी टूट जाने के चलते दोनों के बीच करीब पांच से दस सेंटीमीटर का गैप दिखने लगा है। इस गैप के रास्ते नीचे बह रही नदी को साफ देखा जा सकता है। पुल से गुजरने वाले छोटे-बड़े वाहन जब भी इस गैप पर से जाते हैं तो तेज आवाज होती है।
अभी इसी साल जनवरी में टायर पंचर होने से एक बोलेरो पंचर होने के बाद बेकाबू होकर पुल की रेलिंग तोड़ते हुए नदी में लटक गई थी। बड़ी मुश्किल से अंदर बैठे लोगों की जान बचाई जा सकी थी। लेकिन टूटी रेलिंग की मरम्मत आज तक नहीं की गई। कभी भी यह किसी बड़े हादसे का सबब बन सकती है।
उद्घाटन के बाद से ही बार-बार होती है मरम्मत
बिहार के दुद्धी से लेकर उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिला होते हुए नेपाल में लुम्बिनी तक जाने वाले लुम्बिनी-दुद्धी मार्ग पर सरयू नदी पर 119 करोड़ की लागत से निर्मित बस्ती-टांडा पुल का उद्घाटन अक्टूबर 2013 में तत्कालीन लोक निर्माण मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने किया था। उद्घाटन के अभी छह साल भी पूर्ण नहीं हुए कि 2017 में बेयरिंग में दरार आ जाने के कारण मरम्मत करानी पड़ी थी। करीब एक माह तक आवागमन पूरी तरह ठप था। 2019 में पुल पर जगह-जगह गड्ढे हो जाने के कारण मरम्मत करानी पड़ी थी।
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