बस्तीआपदा में अवसर तलाशने वाले अस्पतालों पर कसेगा शिकंजा

आपदा में अवसर तलाशने वाले अस्पतालों पर कसेगा शिकंजा

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आपदा में अवसर तलाशने वाले अस्पतालों पर शिकंजा कसेगा। ओवर चार्जिंग व अनियमितता की शिकायतों पर सख्त कार्रवाई होगी। मामले की गंभीरता को इस बात से समझा जा सकता है कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से शिकायत पर हुई कार्रवाई की प्रतिदिन की रिपोर्ट शासन को प्रेषित करनी होगी। आक्सीजन के नाम पर लूट मचाने वाले शहर के दो अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए स्वास्थ्य विभाग ने दोनों अस्पतालों को सील कर दिया है।

उत्तर प्रदेश शासन के अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी की ओर से 15 मई को प्रदेश के सभी जिलों के डीएम को भेजे पत्र में कहा गया है कि ऐसे अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित कराई जाए, जो नियत रेट से ज्यादा की वसूली कर रहे हैं, या उनके यहां अनियमितता पाई जा रही है। ऐसे अस्पतालों के खिलाफ होने वाली कार्रवाई से शासन को भी अनिवार्य रूप से अवगत कराना है।

शासन स्तर पर इन दिनों बड़े पैमाने पर शिकायत मिल रही है कि कोविड व नॉन कोविड मरीजों के इलाज के नाम पर कुछ अस्पतालों द्वारा मनमानी की जा रही है। आक्सीजन के नाम पर मनमाना दाम लिया जा रहा है। आईसीयू व वेंटीलेटरयुक्त बेड की कमी बताकर मनमाना चार्ज किया जा रहा है। इससे आम लोग प्रभावित हो रहे हैं।

पांच हजार रुपए प्रति घंटा हो रही थी वसूली

स्वास्थ्य विभाग की ओर से अब तक दो अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है। इसमें रोडवेज स्थित एक अस्पताल में मरीज से पांच हजार रुपए प्रति घंटे की दर से आक्सीजन का चार्ज किया जा रहा था। इस बात की शिकायत एक रिटायर्ड पैरामेमिलिट्री के आफिसर ने सीधे डीएम से की थी। प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई में वहां पर आक्सीजन सिलेंडर व मरीज मिला था। अस्पताल को सील कर दिया गया है। पचपेड़िया रोड पर अवैध रूप से चलाए जा रहे एक अस्पताल में 50 हजार रुपए प्रति सिलेंडर की दर से वसूली की जा रही थी। शिकायत पर हुई छापेमारी में वहां पर पांच सिलेंडर व एक मरीज मिला था। मौके से अस्पताल संचालक के भाई को हिरासत में लिया गया था

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