ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के निरीक्षण में बंद मिला कोविड टीकाकरण
हरैया,कप्तानगंज
सीएचसी कप्तानगंज का औचक निरीक्षण करने ज्वाइंट मजिस्ट्रेट हर्रैया नंदकिशोर कलाल बुधवार की सुबह पहुंचे। उनके वहां पहुंचने पर हड़कंप मच गया। उस समय वहां टीकाकरण नहीं हो रहा था। टीकाकरण की धीमी प्रगति पर नाराजगी जताई। उन्होंने सख्त निर्देश दिया कि दवा के लिए अस्पताल पहुंचने वाले 45 वर्ष से ऊपर के मरीजों का टीकाकरण जरूर कराया जाए। लापरवाही किसी दशा में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
सुबह 10:35 बजे सीएचसी पहुंचे ज्वाइंट मजिस्ट्रेट कोविड-19 टीकाकरण के बारे में पूछा। वह सीधे सीएचसी के द्वितीय तल पर बने टीकाकरण कक्ष में जा पहुंचे। वैक्सीनेशन के लिए वहां निशा तिवारी सहित दो महिला कार्यकत्रियां मौजूद थी। प्रतीक्षालय में एक दर्जन से अधिक बुजुर्ग टीकाकरण के लिए अपनी बारी की इंतजार में बैठे थे। उस समय तक टीकाकरण शुरू नहीं हुआ था।
ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने मौजूद स्वास्थ्य कर्मियों से पूछा कि प्रतिदिन टीकाकरण का कितना लक्ष्य है, और कितना टीकाकरण हो रहा है। टीकाकरण रजिस्टर को तलब कर उसका अवलोकन किया। उन्होंने टीकाकरण की धीमी प्रगति पर कड़ी नाराजगी जाहिर की और तुरंत टीकाकरण शुरू करने का निर्देश दिया। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के पहुंचते ही आनन-फानन में अन्य कर्मचारी भी मौके पर जा पहुंचे। एचईओ शारदा प्रसाद से एमओआईसी डॉ. एमके चौधरी के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि अभी वह पहुंचे नहीं हैं, अभी आ रहे हैं।
ज्वाइंट मजिस्ट्रेट वहां से निकलकर ओपीडी में पहुंचे और ओपीडी रजिस्टर को मांगा। पास के कमरे में महिला चिकित्सक डॉ. हिना खान मरीज देख रही थी। आयुष चिकित्सक डॉ. पीएन चौधरी भी अपने चैम्बर में मौजूद थे। दोनों चिकित्सकों को ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने तलब किया। मजिस्ट्रेट ने पूछा कि 45 वर्ष से अधिक के मरीजों को टीकाकरण के लिए भेज रहे हैं या नहीं। मरीज पंजीकरण रजिस्टर को मांगा और देखा कि जितने मरीज उपचार के लिए अस्पताल आए हैं, उसमें कितने 45 वर्ष से अधिक के हैं। पंजीकरण कर रहे स्वास्थ्य कर्मी से कहा कि 45 वर्ष से अधिक के मरीजों की पर्ची काटते समय उन्हें टीकाकरण के लिए जरूर बताएं। लैब में मौजूद टेक्नीशियन से कहा कि कमरे के बाहर सूचना अंकित कराए कि कौन-कौन सी जांच यहां होती है, अगर ऐसा नहीं किया तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी
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