मुठभेड़ में तीन बदमाश गिरफ्तार
बस्ती। परशुरामपुर थाना क्षेत्र के डुहवा पांडेय के पास 19 फरवरी की रात लाइसेंसी शराब की दुकान के मुनीम से हुई लूट की वारदात का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया। इस वारदात में चार बदमाश शामिल थे। जिले की स्वाट और एसओजी की मदद से परशुरामपुर पुलिस ने मंगलवार को बिलारी भीटी चौराहे के पास हुई मुठभेड़ में तीन बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया।
बदमाशों के पास से दो तमंचे 315 बोर, चार कारतूस, दो खोखे, मोटर साइकिल और लूट की रकम में से 93 सौ रुपये बरामद किए गए। हालांकि सरगना अभी पुलिस की पकड़ से बाहर है। एसपी हेमराज मीणा ने प्रेसवार्ता के दौरान बताया कि गोंडा जिले के दीपक शुक्ला गिरोह ने घटना को अंजाम दिया था। गिरफ्तार आरोपितों में दुर्गेश मिश्र निवासी धोबही थाना परशुरामपुर, अंकित शुक्ला निवासी कोड़री परशुरामपुर और चंदन तिवारी उर्फ लक्ष्मीचंद निवासी ढेबरहिया राउत थाना परशुरामपुर शामिल हैं।
एसपी ने बताया कि सरगना की सरगर्मी से तलाश की जा रही है। पकड़े गए बदमाशों में अंकित शुक्ला पर परशुरामपुर थाने में मारपीट, हत्या की कोशिश, लूट तथा आर्म्स एक्ट के पांच मुकदमे दर्ज हैं। दुर्गेश मिश्रा पर चार और चंदन तिवारी उर्फ लक्ष्मीचंद पर दो मुकदमे दर्ज हैं। मामले में घायल मुनीम के पिता सभापति पांडेय निवासी डुहवा पांडेय की तहरीर पर प्रेम सोनी तथा अन्य अज्ञात के विरुद्ध लूट और हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया गया था।
आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि गिरोह का मुखिया दीपक शुक्ला निवासी ढढौवा मेहनिया थाना छपिया, जिला गोंडा है। सभी अयोध्या में किराए का कमरा लेकर रहते हैं। 11 फरवरी को चंदन तिवारी अयोध्या गया और गिरोह के लोगों से मिला। दीपक शुक्ला ने पैसे की किल्लत बताते हुए किसी ऐसे व्यक्ति के बारे में पूछा, जिससे कुछ रकम लूटी जा सके। तब चंदन ने बेदीपुर की शराब की दुकान के मुनीम लालमणि पांडेय के बारे में बताया। कहा कि हमारे बैजलपुर स्थित मकान और दुकान के सामने से शराब की बिक्री की रकम लेकर वह अपने घर डुहवा पांडेय जाते थे। बदमाश 17 फरवरी को लूटने की योजना बनाकर श्रृंगीनारी पुलिया पर बैठकर लालमणि के आने का इंतजार करने लगे।
हालांकि दुर्गेश के मित्र का किसी से झगड़ा होने की वजह से उस दिन लूट की वारदात को टाल दिया गया। 19 फरवरी की शाम सात बजे बेदीपुर पहुंच कर रात साढ़े आठ बजे दुर्गेश और दीपक डंडा तथा असलहा लेकर पहुंचे। लालमणि पर बदमाशों ने वार किया। काफी जोर आजमाइश के बाद मुनीम ने दो बदमाशों को पकड़ लिया था। कोई चारा न देखकर दीपक शुक्ला ने अपने पास मौजूद असलहे से एक फायर उसके पैर में मारा। फिर भी लालमणि ने नहीं छोड़ा तो अंकित ने भी एक गोली उसके पेट में मारी। लालमणि के गिरने के बाद उसकी बाइक में टंगा रुपयों से भरा झोला लेकर तीनों दीपक की मोटरसाइकिल पर बैठकर बिछनइया के रास्ते भाग कर रात में दीपक शुक्ला के घर ढढौवा मेहनियां पहुंच गए। झोले में मिले 45 हजार रुपये में से पंद्रह हजार रुपये दीपक शुक्ला ने ले लिए, बाकी तीनों को दस-दस हजार रुपये मिले।
रिपोर्टर:- रवि कसौधन
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