बाजारों में कोरोना प्रोटोकाल की अनदेखी
बस्ती - बाजार और सार्वजनिक जगहों पर लोग कोरोना प्रोटोकाल की अनदेखी करने लगे हैं। भीड़भाड़ वाली जगहों पर लोग कोरोना संक्रमण से निश्चिंत दिख रहे हैं। कई लोग मास्क का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं। सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन नहीं किया जा रहा।
जिले में सार्वजनिक स्थलों से लेकर बाजारों, दफ्तरों तक में अब भी कई लोग मास्क नहीं लगा रहे हैं। महाराष्ट्र सहित कुछ अन्य राज्यों में कोरोना की दूसरी लहर तेज हो रही है। इसका असर जिले और आसपास के जिलों में पहुंचने की आशंका इस लिए बढ़ी है कि मुंबई से हर दिन तीन ट्रेनें आती हैं। विगत छह दिनों में चार सौ यात्रियों में 12 लोग कोरोना पाजिटिव मिल चुके हैं।यही वजह है कि सरकार से लेकर प्रशासन तक कोरोना के इस संक्रमण के प्रति संवेदनशील है। मंगलवार को गांधी नगर बाजार में भीड़ दिखी। कई लोग कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते नहीं दिखे। कमोबेश यही नजारा जिले के ग्रामीण इलाकों का भी रहा। दुकानों में एक-दूसरे से सटकर लोग बैठे थे।
इस बारे में डीएम सौम्या अग्रवाल ने कहा कि कोरोना संक्रमण के दोबारा बढ़ते खतरे को देखते हुए पुलिस व अन्य विभागों को एहतियाती कदम उठाने का निर्देश दिया गया है। इस बाबत शासन की ओर से जारी गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं एसपी आशीष श्रीवास्तव ने कहा कि बाजारों में मास्क लगाने और शारीरिक दूरी के नियम का पालन करने के प्रति लोगों को जागरूक किया जा रहा है। अगर लोगों ने एहतियात बरतनी शुरू नहीं की तो सख्त कदम उठाते हुए शासन के निर्देशों के अनुसार कार्रवाई भी की जाएगी।
वहीं कोरोना के बढ़े प्रभाव को देखते हुए शासन ने पहले चरण में जांच का दायरा बढ़ा दिया है। हालांकि अभी केवल एक अस्पताल में कोरोना के इलाज की सुविधा दी जा रही है। अब स्थिति पर नजर रखते हुए भीतर ही भीतर कोरोना के लिए पूर्व में तय तीन अस्पतालों को तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं। सीएमओ डॉ. अनूप कुमार ने कहा कि कोरोना का प्रभाव कम होते देख कर सभी अस्पतालों को बंद कर दिया गया था। केवल ओपेक चिकित्सालय कैली में भर्ती की व्यवस्था है। अभी स्थिति इतनी खराब नहीं हुई है कि वार्ड को बढ़ाया जाए। फिर भी तैयारी है। जरूरत पड़ी तो स्वास्थ्य विभाग तत्काल नए वार्ड संचालित कर देगा।
जिले में सार्वजनिक स्थलों से लेकर बाजारों, दफ्तरों तक में अब भी कई लोग मास्क नहीं लगा रहे हैं। महाराष्ट्र सहित कुछ अन्य राज्यों में कोरोना की दूसरी लहर तेज हो रही है। इसका असर जिले और आसपास के जिलों में पहुंचने की आशंका इस लिए बढ़ी है कि मुंबई से हर दिन तीन ट्रेनें आती हैं। विगत छह दिनों में चार सौ यात्रियों में 12 लोग कोरोना पाजिटिव मिल चुके हैं।यही वजह है कि सरकार से लेकर प्रशासन तक कोरोना के इस संक्रमण के प्रति संवेदनशील है। मंगलवार को गांधी नगर बाजार में भीड़ दिखी। कई लोग कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते नहीं दिखे। कमोबेश यही नजारा जिले के ग्रामीण इलाकों का भी रहा। दुकानों में एक-दूसरे से सटकर लोग बैठे थे।
इस बारे में डीएम सौम्या अग्रवाल ने कहा कि कोरोना संक्रमण के दोबारा बढ़ते खतरे को देखते हुए पुलिस व अन्य विभागों को एहतियाती कदम उठाने का निर्देश दिया गया है। इस बाबत शासन की ओर से जारी गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं एसपी आशीष श्रीवास्तव ने कहा कि बाजारों में मास्क लगाने और शारीरिक दूरी के नियम का पालन करने के प्रति लोगों को जागरूक किया जा रहा है। अगर लोगों ने एहतियात बरतनी शुरू नहीं की तो सख्त कदम उठाते हुए शासन के निर्देशों के अनुसार कार्रवाई भी की जाएगी।
वहीं कोरोना के बढ़े प्रभाव को देखते हुए शासन ने पहले चरण में जांच का दायरा बढ़ा दिया है। हालांकि अभी केवल एक अस्पताल में कोरोना के इलाज की सुविधा दी जा रही है। अब स्थिति पर नजर रखते हुए भीतर ही भीतर कोरोना के लिए पूर्व में तय तीन अस्पतालों को तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं। सीएमओ डॉ. अनूप कुमार ने कहा कि कोरोना का प्रभाव कम होते देख कर सभी अस्पतालों को बंद कर दिया गया था। केवल ओपेक चिकित्सालय कैली में भर्ती की व्यवस्था है। अभी स्थिति इतनी खराब नहीं हुई है कि वार्ड को बढ़ाया जाए। फिर भी तैयारी है। जरूरत पड़ी तो स्वास्थ्य विभाग तत्काल नए वार्ड संचालित कर देगा।
रिपोर्टर - प्रदीप कुमार वर्मा
हर्रैया से
Mo. -9838003741
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