खाकी पर दाग , दूसरों को हथकड़ी लगाने वाले अब खुद जा रहे जेल


बस्ती

इसे जिले के मुखिया की अव्वल दर्जे की लापरवाही या फिर मातहतों की मनबढ़ई ही कहेंगे कि जो पुलिस अपराधियों को पकड़ कर जेल भेजती है आज वही पुलिस अपराधियों की तरह जेल जा रही है। मुखिया की लापरवाही और अधीनस्थों की मनबढ़ई ऐसी कि बीते छह माह के दौरान एक-दो नहीं बल्कि आधा दर्जन से अधिक पुलिस कर्मी सलाखों के पीछे हैं। अपनी काली करतूतों के चलते आमजन का विश्वास तो खोया ही खाकी को भी शर्मसार कर दिया।

अक्टूबर 2019 में कबीर हत्याकांड के बाद बिगड़े हालात को काबू करने के लिए शासन ने एसपी पंकज कुमार को हटाते हुए तेज तर्रार माने वाले आईपीएस हेमराज मीणा को बस्ती की कमान सौंपी। बैंक लूट, एटीएम चोरी और हत्या एवं लूट सहित दर्जनों सनसनीखेज मामलों का खुलासा करने के साथ ही ताबड़तोड़ करीब एक दर्जन एनकाउंटर करके उन्होंने अपनी काबिलियत तो साबित कर दी। लेकिन मातहतों की कारगुजारी पर नियंत्रण नहीं रख पाए। और लापरवाही ऐसी कि अपने तो गए ही एएसपी और सीओ भी निपट गए।

घूस लेते पकड़ा गया दरोगा है जेल में

लालगंज थाने पर तैनात रहे दरोगा विजय प्रताप को अक्टूबर 2020 में एक मुकदमें से पीड़ित का नाम निकालने के लिए मोटी रकम घूस लेते हुए गोरखुपर से आई एंटी करप्शन टीम ने गिरफ्तार कर लिया। घूस नहीं देने पर मामले में फाइनल रिपोर्ट लगाने की धमकी दे रहा था। मौजूदा समय वह मण्डलीय कारागार गोरखपुर जेल में है।

लुटेरा बना एसआई और तीन सिपाही हैं जेल में

पुरानी बस्ती में तैनात एसआई धर्मेन्द्र यादव ने साथी सिपाही महेंद्र यादव, संतोष यादव और आलोक के साथ गैंग बनाकर लूट करता था। 20 जनवरी 2021 को गोरखपुर में सर्राफा व्यवसायी से दस लाख का सोना लूटने के बाद गोरखपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया तो प्रदेश में हड़कंप मच गया। मौजूदा समय चारों बर्खास्त पुलिसकर्मी गोरखपुर जेल में हैं।

बस्ती से गोरखपुर और अब मऊ जेल में है सिपाही

जिम्मेदारों की बेगारी करने के आदी हो चुके कप्तानगंज थाने पर तैनात सिपाही दिग्विजय राय को ड्यूटी पर तैनात किया गया तो वह भड़क गया। कप्तान, थानाध्यक्ष सहित अन्य को गोली मारने की धमकी देने संबंधी वीडियो वायरल कर सनसनी फैला दिया। बर्खास्त कर बस्ती जेल भेजा गया। छूटा तो गोरखपुर में 26 जनवरी के दिन तीन सीरियल मर्डर करने का वीडियो वायरल किया। गिरफ्तार कर गोरखपुर जेल भेजा गया और वहां से मऊ जेल ट्रांसफर कर दिया गया।

इश्कमिजाज दरोगा गया जेल, कई और लाइन में

इश्कमिजाज दरोगा दीपक सिंह की गलतियों को नजरअंदाज करना कप्तान साहब को इतना भारी पड़ा कि उनके साथ ही एएसपी, तत्कालीन सीओ, पूर्व कोतवाल समेत चौदह पुलिसकर्मी निपट गए। 22 मार्च को पोखरभिटवा कांड के मुख्य आरोपी दरोगा दीपक को हथकड़ी लगाकर जेल भेज गया। चर्चा है कि मुकदमे में नामजद अभी अन्य लोग भी जेल जाने की लाइन में हैं।

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