बस्ती,सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए किया जायेगा सड़क सुरक्षा माह का आयोजन
बस्ती,शासन के निर्देशानुसार सुरक्षित एवं सुगम यातायात तथा सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए 05 जनवरी से 04 फरवरी तक सड़क सुरक्षा माह आयोजित किया जायेंगा। मण्डलायुक्त योगेश्वर राम मिश्र ने मण्डलीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में जनमानस को यातायात के नियमों एवं सुरक्षा मानको के प्रति जागरूक करने के लिए निर्देशित किया है। उन्होने कहा कि माध्यमिक विद्यालय एवं महाविद्यालयों में टैªफिक नियमों की जानकारी के लिए अभियान संचालित किया जाय।
उन्होने निर्देश दिया कि अभियान के दौरान हेलमेट लगाकर ना चलने, वाहन चलाते समय मोबाइल पर बात करने वाले तथा ओवर लोडेड गन्ना टैªक्टर के विरूद्ध अभियान चलाकर चालान करें। सभी टैªक्टर के पीछे रिफ्लेक्टर लगवाये। स्कूली वाहनों के फिटनेस का अभियान चलाये। सभी मार्गो पर आवश्यक संकेतक लगवाये।
उन्होने कहा कि दुर्घटना में घायल व्यक्तियों की जान बचाना सबसे महत्वपूर्ण है, इसके लिए दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को 01 घण्टे के भीतर अस्पताल पहुॅचाने पर उसकी जान बचायी जा सकती है। इसके लिए उन्होने हाईवे पर स्थित थानों तथा 112 मे तैनात पुलिस कर्मियों की टेªनिंग करायी जाय। साथ ही इस कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले नागरिको को चिन्हित करके उन्हें सम्मानित किया जाय।
उन्होने बताया कि शासन द्वारा हिट एवं रन के मामलों में 01 अक्टूबर 2022 से आर्थिक सहायता राशि 25 हजार से बढाकर 02 लाख रूपये कर दिया है। उन्होने ऐसे मामालों में तहसीलों से रिपोर्ट मंगाकर तत्काल आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। बस्ती जनपद में इस प्रकार के कुल 60 प्रकरण लम्बित है।
मण्डलायुक्त ने निर्देश दिया है कि सोलेसियम स्कीम तथा हिट एण्ड रन केस में आर्थिक सहायता दिये जाने की योजना का प्रचार-प्रसार के लिए तहसील एवं थानों में बोर्ड लगवाया जाय। राष्ट्रीय राजमार्ग के प्रमुख स्थानों पर सीसीटीवी कैमरा लगवाया जाय। चिन्हित सभी 26 ब्लैक स्पाट पर सुधारात्मक कार्यवाही करायी जाय। मण्डल के तीनों जिलों में प्रवेश स्थान के 1000, 500 मीटर के पहले तथा मुख्य प्रवेश स्थान पर जिले के नाम का बोर्ड लगाया जाय। टोलप्लाजा पर लगे वे-इन मोशन ब्रिज सक्रिय किया जाय, जिससे कि वाहनों के ओवरलोडिंग की जानकारी मिल सके तथा ऐसे वाहन की सूची प्रत्येक माह आरटीओ को उपलब्ध करायी जाय।
आईजी आर.के. भारद्वाज ने कहा कि दुर्घटना एवं दुर्घटना में मृतको की संख्या आधा करने पर शासन द्वारा बल दिया जा रहा है। उन्होेने बताया कि बस्ती जनपद में पिछले वर्ष दुर्घटना में 23 प्रतिशत तथा दुर्घटना में मरने वालों की 64 प्रतिशत की वृद्धि हुए है। इसके लिए पुलिस विभाग प्रवर्तन कार्य में तेजी लाये, भेदभाव के बिना चालान करें। शतप्रतिशत मामलों में सोलेसियम स्कीम के अन्तर्गत दुर्घटना में मृत व्यक्ति के पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता दिलायी जाय।
जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने कहा कि शहर को जोन में बाटकर पार्किंग स्थल चिन्हित किया जाय। सभी नगरपालिका एंव नगरपंचायत में भीड़भाड़ वाले इलाके में पुलिस द्वारा नियमित पेट्रोलिंग कराके दुकानदारों को सामान दुकान के अन्दर रखने के लिए प्रेरित किया जाय। नगरपालिका/नगरपंचायत द्वारा पीली पट्टी बनवाकर दुकान के सामान उसके पीछे रखवाया जाय। सड़को पर खड़े होने वाले ढेले सड़क के पीछे खड़े कराये जाय। इसका उल्लघंन करने वालों का चालान किया जाय।
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के प्रबन्धक भावेश अग्रवाल ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग को 6लेन बनाने के लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार कराया जा रहा है। एआरटीओ पंकज सिंह ने बताया कि सोलेसियम स्कीम के तहत 21 में से 13 पीड़ित परिवारों को 2-2 लाख रूपये का चेक उपलब्ध कराया गया है।
बैठक का संचालन आर.टी.ओ. रविकान्त शुक्ल ने किया। बैठक में ए.डी. स्वास्थ्य डा. एन.के. पाण्डेय, ए.डी. बेसिक शिक्षा डा. एस.पी. त्रिपाठी, ए.आर.टी.ओ. आन्जनेय सिंह, पी.टी.ओ. राजेन्द्र प्रसाद, अधिशासी अभियन्ता राष्ट्रीय मार्ग ध्रुव अग्रवाल, सीओ आलोक प्रसाद, संतकबीर नगर अम्बरेश सिंह भदौरिया, सिद्धार्थनगर के हरीश चन्द्र, टीएसआई कामेश्वर सिंह उपस्थित रहें।
उन्होने निर्देश दिया कि अभियान के दौरान हेलमेट लगाकर ना चलने, वाहन चलाते समय मोबाइल पर बात करने वाले तथा ओवर लोडेड गन्ना टैªक्टर के विरूद्ध अभियान चलाकर चालान करें। सभी टैªक्टर के पीछे रिफ्लेक्टर लगवाये। स्कूली वाहनों के फिटनेस का अभियान चलाये। सभी मार्गो पर आवश्यक संकेतक लगवाये।
उन्होने कहा कि दुर्घटना में घायल व्यक्तियों की जान बचाना सबसे महत्वपूर्ण है, इसके लिए दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को 01 घण्टे के भीतर अस्पताल पहुॅचाने पर उसकी जान बचायी जा सकती है। इसके लिए उन्होने हाईवे पर स्थित थानों तथा 112 मे तैनात पुलिस कर्मियों की टेªनिंग करायी जाय। साथ ही इस कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले नागरिको को चिन्हित करके उन्हें सम्मानित किया जाय।
उन्होने बताया कि शासन द्वारा हिट एवं रन के मामलों में 01 अक्टूबर 2022 से आर्थिक सहायता राशि 25 हजार से बढाकर 02 लाख रूपये कर दिया है। उन्होने ऐसे मामालों में तहसीलों से रिपोर्ट मंगाकर तत्काल आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। बस्ती जनपद में इस प्रकार के कुल 60 प्रकरण लम्बित है।
मण्डलायुक्त ने निर्देश दिया है कि सोलेसियम स्कीम तथा हिट एण्ड रन केस में आर्थिक सहायता दिये जाने की योजना का प्रचार-प्रसार के लिए तहसील एवं थानों में बोर्ड लगवाया जाय। राष्ट्रीय राजमार्ग के प्रमुख स्थानों पर सीसीटीवी कैमरा लगवाया जाय। चिन्हित सभी 26 ब्लैक स्पाट पर सुधारात्मक कार्यवाही करायी जाय। मण्डल के तीनों जिलों में प्रवेश स्थान के 1000, 500 मीटर के पहले तथा मुख्य प्रवेश स्थान पर जिले के नाम का बोर्ड लगाया जाय। टोलप्लाजा पर लगे वे-इन मोशन ब्रिज सक्रिय किया जाय, जिससे कि वाहनों के ओवरलोडिंग की जानकारी मिल सके तथा ऐसे वाहन की सूची प्रत्येक माह आरटीओ को उपलब्ध करायी जाय।
आईजी आर.के. भारद्वाज ने कहा कि दुर्घटना एवं दुर्घटना में मृतको की संख्या आधा करने पर शासन द्वारा बल दिया जा रहा है। उन्होेने बताया कि बस्ती जनपद में पिछले वर्ष दुर्घटना में 23 प्रतिशत तथा दुर्घटना में मरने वालों की 64 प्रतिशत की वृद्धि हुए है। इसके लिए पुलिस विभाग प्रवर्तन कार्य में तेजी लाये, भेदभाव के बिना चालान करें। शतप्रतिशत मामलों में सोलेसियम स्कीम के अन्तर्गत दुर्घटना में मृत व्यक्ति के पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता दिलायी जाय।
जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने कहा कि शहर को जोन में बाटकर पार्किंग स्थल चिन्हित किया जाय। सभी नगरपालिका एंव नगरपंचायत में भीड़भाड़ वाले इलाके में पुलिस द्वारा नियमित पेट्रोलिंग कराके दुकानदारों को सामान दुकान के अन्दर रखने के लिए प्रेरित किया जाय। नगरपालिका/नगरपंचायत द्वारा पीली पट्टी बनवाकर दुकान के सामान उसके पीछे रखवाया जाय। सड़को पर खड़े होने वाले ढेले सड़क के पीछे खड़े कराये जाय। इसका उल्लघंन करने वालों का चालान किया जाय।
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के प्रबन्धक भावेश अग्रवाल ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग को 6लेन बनाने के लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार कराया जा रहा है। एआरटीओ पंकज सिंह ने बताया कि सोलेसियम स्कीम के तहत 21 में से 13 पीड़ित परिवारों को 2-2 लाख रूपये का चेक उपलब्ध कराया गया है।
बैठक का संचालन आर.टी.ओ. रविकान्त शुक्ल ने किया। बैठक में ए.डी. स्वास्थ्य डा. एन.के. पाण्डेय, ए.डी. बेसिक शिक्षा डा. एस.पी. त्रिपाठी, ए.आर.टी.ओ. आन्जनेय सिंह, पी.टी.ओ. राजेन्द्र प्रसाद, अधिशासी अभियन्ता राष्ट्रीय मार्ग ध्रुव अग्रवाल, सीओ आलोक प्रसाद, संतकबीर नगर अम्बरेश सिंह भदौरिया, सिद्धार्थनगर के हरीश चन्द्र, टीएसआई कामेश्वर सिंह उपस्थित रहें।
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