ब्राह्मण महासभा के होली मिलन में छा गये कवि, पारम्परिक गीतों की धूम
राष्ट्रीय ब्राह्मण महासभा द्वारा मालवीय रोड स्थित कार्यालय परिसर में होली गीत, कवि सम्मेलन एवं विचार गोष्ठी के साथ भव्य होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया।
महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. अशोक कुमार शुक्ल ने कहा कि ब्राह्मण समाज का सजग प्रहरी है और होली का पर्व आपसी वैर भाव भुलाकर एकजुटता का संदेश देता है। उन्होने कहा कि अति शीघ्र भगवान परशुराम का मंदिर अपना आकार लेगा और उसके बाद छात्रावास के लिये परस्पर सहयोग से कार्य आगे बढाया जायेगा।
महासभा के महामंत्री पं. शम्भूनाथ मिश्र ने कवियों, विचारकों, लोक कलाकारों का स्वागत करते हुये कहा कि यह पर्व आपसी कटुता से मुक्ति का है। उन्होने महासभा के भावी कार्यक्रमों पर विस्तार से जानकारी दी।
उपस्थित लोगों ने एक दूसरे को अबीर, गुलाल लगाकर होली की शुभकामना दिया। कवियों में डा. वीरेन्द्र कुमार त्रिपाठी, डा. राजेश कुमार मिश्र राज, डा. अजीत श्रीवास्तव राज, जगजीत सिंह, राकेश मिश्र राही आदि ने कविताओं के माध्यम से होली को जीवन्त किया। अखिलेश दूबे ने लोक कलाकारों के साथ जब होली के पारम्परिक गीतों पर सुर में सुर मिलाया तो वातावरण होली मय हो गया।
इस अवसर पर उमापति मिश्र, विजय बिहारी तिवारी, अजय पाण्डेय, अभयदेव, प्रशान्त पाण्डेय, अतुल शुक्ल, आलोक दूबे, राधेश्याम पाण्डेय, कोला पाण्डेय, चन्द्र प्रकाश पाण्डेय, संजय शुक्ल, अशोक मिश्र, देवी दयाल पाण्डेय, श्रीकेश पाण्डेय, शत्रुघ्न मिश्र के साथ ही भाजपा जिलाध्यक्ष महेश शुक्ल, गोपेश्वर तिवारी, प्रमोद पाण्डेय, उदयराज तिवारी, आर.के. पाण्डेय, सुरेन्द्र तिवारी, आलोक मिश्र, मंगलदेव दूबे, मदन मोहन मिश्र, दिलीप पाण्डेय, डा. आशीष नरायन त्रिपाठी, सन्त प्रकाश त्रिपाठी, नरेन्द्र उपाध्याय, जे.पी. तिवारी, चन्द्रभूषण मिश्र, अनुरूद्ध त्रिपाठी, वृजेश मिश्र, राहुल शुक्ल, आकाश पाण्डेय, दीपक पाण्डेय, उदयशंकर शुक्ल, रघुवंश उपाध्याय, राजेश्वर तिवारी, आर.डी. पाण्डेय, ब्रम्हदत्त पाण्डेय, लक्ष्मीकान्त पाण्डेय, सन्तोष पाण्डेय, वृजमोहन शुक्ल, सुधाकर पाण्डेय, आशीष शुक्ल, संध्या दीक्षित, भल्लू तिवारी, संजय पाण्डेय, राहुल मिश्र के साथ ही हजारों की संख्या में लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम रविवार को देर रात तक चलता रहा
महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. अशोक कुमार शुक्ल ने कहा कि ब्राह्मण समाज का सजग प्रहरी है और होली का पर्व आपसी वैर भाव भुलाकर एकजुटता का संदेश देता है। उन्होने कहा कि अति शीघ्र भगवान परशुराम का मंदिर अपना आकार लेगा और उसके बाद छात्रावास के लिये परस्पर सहयोग से कार्य आगे बढाया जायेगा।
महासभा के महामंत्री पं. शम्भूनाथ मिश्र ने कवियों, विचारकों, लोक कलाकारों का स्वागत करते हुये कहा कि यह पर्व आपसी कटुता से मुक्ति का है। उन्होने महासभा के भावी कार्यक्रमों पर विस्तार से जानकारी दी।
उपस्थित लोगों ने एक दूसरे को अबीर, गुलाल लगाकर होली की शुभकामना दिया। कवियों में डा. वीरेन्द्र कुमार त्रिपाठी, डा. राजेश कुमार मिश्र राज, डा. अजीत श्रीवास्तव राज, जगजीत सिंह, राकेश मिश्र राही आदि ने कविताओं के माध्यम से होली को जीवन्त किया। अखिलेश दूबे ने लोक कलाकारों के साथ जब होली के पारम्परिक गीतों पर सुर में सुर मिलाया तो वातावरण होली मय हो गया।
इस अवसर पर उमापति मिश्र, विजय बिहारी तिवारी, अजय पाण्डेय, अभयदेव, प्रशान्त पाण्डेय, अतुल शुक्ल, आलोक दूबे, राधेश्याम पाण्डेय, कोला पाण्डेय, चन्द्र प्रकाश पाण्डेय, संजय शुक्ल, अशोक मिश्र, देवी दयाल पाण्डेय, श्रीकेश पाण्डेय, शत्रुघ्न मिश्र के साथ ही भाजपा जिलाध्यक्ष महेश शुक्ल, गोपेश्वर तिवारी, प्रमोद पाण्डेय, उदयराज तिवारी, आर.के. पाण्डेय, सुरेन्द्र तिवारी, आलोक मिश्र, मंगलदेव दूबे, मदन मोहन मिश्र, दिलीप पाण्डेय, डा. आशीष नरायन त्रिपाठी, सन्त प्रकाश त्रिपाठी, नरेन्द्र उपाध्याय, जे.पी. तिवारी, चन्द्रभूषण मिश्र, अनुरूद्ध त्रिपाठी, वृजेश मिश्र, राहुल शुक्ल, आकाश पाण्डेय, दीपक पाण्डेय, उदयशंकर शुक्ल, रघुवंश उपाध्याय, राजेश्वर तिवारी, आर.डी. पाण्डेय, ब्रम्हदत्त पाण्डेय, लक्ष्मीकान्त पाण्डेय, सन्तोष पाण्डेय, वृजमोहन शुक्ल, सुधाकर पाण्डेय, आशीष शुक्ल, संध्या दीक्षित, भल्लू तिवारी, संजय पाण्डेय, राहुल मिश्र के साथ ही हजारों की संख्या में लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम रविवार को देर रात तक चलता रहा
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