बस्ती में लाल निशान की ओर बढ़ी सरयू, ग्रामीणों के माथे पर चिंता की लकीर


बस्ती में लाल निशान की ओर बढ़ी सरयू, ग्रामीणों के माथे पर चिंता की लकीर

दुबौलिया,घघौवा ,बस्ती

सरयू नदी का जलस्तर लगातार बढ़ने से बाढ़ का खतरा बढ़ता जा रहा है। कटान बढ़ने से ग्रामीण भयभीत हैं तो बाढ़ खंड ने भी परिस्थति से निपटने के लिए तेजी से प्रयास शुरू कर दिए हैं। जिले के अतिसंवेदनशील तटबंध कटरिया चांदपुर पर ठोकर नम्बर एक के पास शनिवार की रात तेज बाहव के कारण ठोकर का नोज बैठ

वहीं जलस्तर बढ़ने से तटबंध विहीन संदलपुर कल्याणपुर और पड़ाव गांवों के लोगों को कटान की चिंता सताने लगी है। केंद्रीय जल आयोग अयोध्या के अनुसार रविवार को दिन में करीब 4 बजे नदी का जलस्तर 92.550 रिकार्ड किया गया। यह खतरे के निशान 92.730 से 18 सेंटीमीटर नीचे है।

उफनाई सरयू से ठोकरों पर बढ़ा दबाव

दुबौलिया। अतिसंवेदनशील तटबंध कटरिया-चांदपुर तटबंध पर ठोकर नम्बर एक के पास शनिवार की रात तेज बहाव के कारण ठोकर का नोज बैठ गया। जानकारी होते ही बाढ खंड विभाग ने करीब एक दर्जन मजदूरों के साथ मरम्मत कार्य शुरू कर दिया। नोज के बहे हिस्से पर बोरों में ईंट भर कर कैरेट में डाल रहे हैं। वहीं ठोकर के दूसरी तरफ बाढ खंड विभाग दर्जनों की संख्या में परक्यूपाईन बना कर कटाव को कम करने का प्रयास कर रहा है।

खजांचीपुर गांव से लेकर चांदपुर तक तटबंध पर तेज दबाव बना हुआ है। गौरा सैफाबाद तटबंध पर बारिश व बाढ़ के चलते परियोजना का काम ठप है। टकटकवा रिंग बांध पर तेज दबाव है। दलपतपुर गांव के सामने कृषि योग्य जमीन में कटान शुरू हो गई है। कैथोलिया व मटिहा गांव के ठोकरों पर भी जलस्तर का दबाव बना हुआ है। बारिश के चलते जैसे-तैसे मरम्मत कार्य हो रहा है। बाढ़ खंड के जेई स्वपनिल श्रीवास्तव का कहना है की बैठे ठोकर के नोज पर मरम्मत कार्य चल रहा है। तटबंध पूरी तरह से सुरक्षित है।

बोरियों के सहारे कटान रोधी कटर बनाने में जुटा विभाग

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