उत्तर प्रदेश100 किमी पहले मोबाइल बंद, मुंह से पशु-पक्षियों की आवाज...जानिये किस तरह बड़ी लूट को अंजाम देते थे शातिर लुटेरे
शाहजहांपुर जिले की पुलिस ने कच्छा-बनियान गिरोह के सरगना समेत 15 लुटेरों और उनके सहयोगियों को दबोचा है। लुटेरों ने गिरफ्त में आने के बाद कई ऐसी बातें बताई जिन्हें जानकर आप चौंक सकते हैं। घटना से पहले कैसे तैयारी करते थे। घटना के दौरान क्या क्या ध्यान रखा जाता था। घटना के बाद पुलिस से बचने के लिए क्या क्या किया जाता था। लुटेरों ने बताया कि जिस घर में घुसना होता था कुछ लोग घर के बाहर खड़े होकर निगरानी करते। एक व्यक्ति घर में घुसकर दरवाजा खोलता। सभी दबे पांव अंदर घुस जाते।
यदि घर वाले जाग जाते है तो मुंह से पशु-पक्षियों की अलग-अलग आवाज निकालकर भागने का इशारा करते। इस वजह से कोई पकड़ा नहीं जाता और सभी भाग जाते। जाग न होने पर घटना को अंजाम देते। माल को हिस्सा कर बांट लेते। एक हिस्सा काली मां के नाम से निकाल देते हैं। काली मां के हिस्से से सिमरा गौटिया के लटाधारी बाबा से पूजा पाठ कराते हैं और काली मां से आशीर्वाद लेकर अगली बड़ी चोरी करने के लिए निकल
जीने व दीवार के रास्ते घर से घुसते
अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया कि सभी एक साथ एकत्रित होकर अपनी गाड़ियों से आसपास के जनपद व अन्य राज्य बिहार, पंजाब, राजस्थान, उत्तराखण्ड, हरियाणा, दिल्ली, गोरखपुर, महाराजगंज में जाकर बाहरी किनारों पर स्थित अच्छे बने घरों को निशाना बनाते। जीने व दीवार के रास्ते घर में घुसकर घटना को अंजाम देते हैं।
100 किमी पहले मोबाइल कर लेते बंद
जहां घटना करनी होती है। उसके करीब 100 किमी पहले ही सभी लोग अपने-अपने मोबाइल बंद कर लेते हैं। रात्रि में जिस जगह घटना करनी होती है। उससे कुछ दूर पहले गाड़ी रोककर अपने कपड़े, जूते, चप्पल उतारकर झाडियों में या फिर पेड़ पर टांग देते हैं। केवल नेकर-बनियान पहनकर ही घटना को अंजाम देते हैं।
गाड़ी मंगाने वाली जगह पर डाल देते लकड़ी
बदमाश अपनी गड़ियों को 10-15 किमी दूर होटल व ढाबे पर खड़ी करा देते हैं। ताकि किसी को शक न हो। सुबह तीन बजे का समय निर्धारित कर जहां मंगानी होती है, उसके लिए एक कोड का इस्तेमाल करते थे। वहां सड़क पर पहचान के लिए एक लकड़ी तोड़कर डाल देते हैं।
एक लाख का इनाम देने की घोषणा
एसपी एस आनंद ने एसओजी प्रभारी रोहित सिंह, कटरा थाना प्रभारी प्रवीन सोलंकी, तिलहर थाना प्रभारी हरपाल सिंह बालियान, खुदागंज एसओ बकार अहमद, जैतीपुर एसओ प्रदीप सहरावत, गढ़िया रंगीन एसओ सुंदरलाल वर्मा व उनकी टीमों के साथ-साथ सर्विलांस टीम के संजीव व दुश्यंत को शाबाशी दी। पुरस्कार देने की घोषणा की। कहा कि आईजी ने एक लाख का पुरस्कार देने की घोषणा की है।
बदमाशों ने छह माह में 256 बार ज्वैलर्स को कॉल की
एसपी ने बताया कि बदमाशों ने छह माह में गढि़या रंगीन के एक ज्वैलर्स को 256 बार काल की हैं। सभी बदमाश इसी ज्वैलर्स को चोरी का सामान बेचते थे। बताया कि घटना करने के बाद सभी बदमाश ज्वैलर्स को सूचित करते थे काम हो गया है माल देख जाओ तब ज्वैलर्स बताई जगह परआकर माल देखता और उसका टंच कराता चोरी के सोने के माल को खरीदता और उसके बदले नया माल लाकर दुकान पर रखता था । बताया कि तमाम समुदाय हैं, जो इसी पेशे में हैं। सबके अपराध के अपने-अपने तरीके हैं।
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