अश्लीलता कांड : सभी आरोपी पुलिसकर्मियों का दूसरे जिलों में तबादला
अश्लीलता कांड में कोतवाली में दर्ज मुकदमे में शामिल सभी आरोपी पुलिसकर्मियों का तबादला संतकबीरनगर जनपद में कर दिया गया है। मुकदमे की जांच भी संतकबीरनगर स्थानांतरित कर दी गई है। आरोपी किसी तरह भी जांच को प्रभावित न कर सकें, इस बात को ध्यान में रखते हुए सभी के स्थानांतरण का आदेश दिया गया है। मुकदमे में शामिल आरोपी राजस्वकर्मियों के तबादले के बारे में निर्णय कमिश्नर स्तर से लिया जाएगा।
चार दिन के भीतर दूसरी बार एडीजी जोन गोरखपुर अखिल कुमार मंगलवार को बस्ती पहुंचे। सीधे आईजी रेंज कार्यालय पहुंचे एडीजी ने अब तक हुई जांच के बारे में आईजी अनिल कुमार राय से जानकारी ली। डीएम सौम्या अग्रवाल भी रेंज कार्यालय पहुंचीं। इससे पहले एडीजी से नवागत एसपी आशीष श्रीवास्तव भी मिलने पहुंचे और कोतवाली में दर्ज मुकदमे में अब तक की प्रगति के बारे में जानकारी दी।
एडीजी ने तत्कालीन एएसपी स्तर से हुई जांच की रिपोर्ट में लीपापोती के सवाल पर कहा कि इसमें सभी तथ्यों को शामिल नहीं किया गया। आरोपी दरोगा दीपक सिंह के युवती से बातचीत व व्हाट्सअप चैट से संबंधित साक्ष्य जांच में शामिल किए जा रहे हैं। अक्तूबर 2020 में हुई जांच रिपोर्ट के आधार पर तत्कालीन एसपी हेमराज मीणा ने कहा था कि व्हाट्सअप चैट के लिए प्रयोग किए जाने वाला नंबर आरोपी दरोगा दीपक सिंह का नहीं था। लेकिन यह नंबर किसका था, अभी तक सामने नहीं लाया जा सका है। एडीजी का कहना है कि आईजी स्तर से चल रही जांच में सभी तथ्य बहुत जल्द सामने आ जाएंगे।
चार दिन में डेढ़ दर्जन अधिकारी-कर्मचारी कार्रवाई की जद में आए
पोखरभिटवा कांड के मुख्य किरदार निलंबित दरोगा दीपक सिंह के अलावा इस प्रकरण में अब डेढ़ दर्जन अधिकारी-कर्मचारी कार्रवाई की जद में आ चुके हैं। एसपी हेमराज मीणा, एएसपी रवीन्द्र कुमार सिंह को हटाने के साथ तत्कालीन सीओ सिटी गिरिश कुमार सिंह, पूर्व कोतवाल रामपाल यादव, आरोपी दरोगा दीपक सिंह को निलंबित किया जा चुका है।
उच्चाधिकारियों के निर्देश पर शिकायतकर्ता युवती की तहरीर पर पूर्व मुख्यारोपी दरोगा दीपक सिंह, उसके भाई दरोगा राजन सिंह, पूर्व कोतवाल रामपाल यादव, पूर्व महिला थाना प्रभारी शीला यादव समेत 12 पुलिसकर्मियों दो राजस्वकर्मियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा कोतवाली में दर्ज किया गया है। इस मुकदमे की जांच सीओ सिटी आलोक प्रसाद को सौंपी गई थी। लेकिन जांच में निष्पक्षता को लेकर किसी तरह के आरोप-प्रत्यारोप की स्थिति न बने, इसके लिए मुकदमे में नामजद आरोपित पुलिसकर्मियों को संतकबीरनगर स्थानांतरित करने के साथ ही जांच भी संतकबीरनगर जिले के सीओ स्तर से कराने का निर्णय लिया गया है। मंगलवार को शिकायतकर्ता युवती का कोर्ट में बयान दर्ज कराने की प्रक्रिया पुलिस ने पूरी की।
गोरखपुर जोन के एडीजी अखिल कुमार ने बताया, पोखरभिटवा प्रकरण में कोतवाली में दर्ज हुए मुकदमे की जांच संतकबीरनगर जनपद को ट्रांसफर कर दी गई है। इसके साथ ही मुकदमे में नामजद सभी आरोपी पुलिसकर्मियों को गैरजनपद स्थानांतरित कर दिया गया है।
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