जिला अस्पताल में अल्ट्रासाउंड व थायराइड की जॉच ठप |

जिला अस्पताल में अल्ट्रासाउंड, थायराइड की जांच ठप
एक एक्सरे मशीन भी खराब, मरीजों को लेना पड़ता है बाहर का सहारा
बस्ती। अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस जिला अस्पताल में संसाधनों की कमी तो नहीं है, मगर इन्हें संचालित करने में तमाम तकनीकी बाधा के चलते जरूरतमंदों को लाभ से वंचित होना पड़ रहा है। अस्पताल के दो एक्सरे मशीन में एक खराब है। थायराइड जांच के लिए स्थापित मशीन कमरे में बंद है। इसका कारण जांच के लिए प्रयुक्त होने वाला रीजेंट ही नहीं है। यह सबकुछ साल भर से चल रहा है, मगर जिम्मेदार चुप्पी साधे हैं।
जिला अस्पताल में प्रतिदिन करीब दो से ढाई सौ मरीज ओपीडी में इलाज कराते हैं। इनमें से तमाम को चिकित्सक अल्ट्रासाउंड अथवा एक्सरे की सलाह देते हैं।करीब 20-25 मरीजों को थायराइड की जांच भी डॉक्टर लिखते हैं, लेकिन जिला अस्पताल में संसाधन होते हुए भी मरीजों को बाहर के जांच केंद्रों पर जाना पड़ता है। इससे मरीजों को आर्थिक क्षति होती है। एक्सरे व थायराइड की जांच के लिए तीन से पांच सौ रुपये, जबकि अल्ट्रासाउंड के लिए सात सौ रुपये बाहर के जांच केंद्र लेते हैं। एक्सरे में सबसे ज्यादा दिक्कत तब होती है जब पुलिस केस भी आ जाता है।

भीड़ के चलते मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
जिला अस्पताल के पैथालोजिस्ट डॉ. अरुण कुमार चौधरी ने बताया कि थायराइड की मशीन ठीक है। रीजेंट है, मगर कैलीवेरेशन की जरूरत है।

ऐसे में जांच बंद कर दिया गया है। जल्द ही इसे ठीक कर दिया जाएगा। एसआईसी डॉ. रोचिष्मति पांडेय ने कहा कि अस्पताल में रेडियोलाजिस्ट न होने के कारण अल्ट्रासाउंड सेंटर बंद है। एक्सरे की एक मशीन में तकनीकी खामियां आ गई हैं, जिसे दूर कराने के लिए संबंधित कंपनी को पत्र लिखा गया है। रही थायराइड जांच की बात तो पैथालोजिस्ट से बात कर इसे जल्द शुरू करा दिया जाएगा।


रिपोर्टर - प्रदीप कुमार वर्मा
          हर्रैया से
मो. -9838003741

Post a Comment

0 Comments