हर्रैया -परसरामपुर बबुओना चुनावी रंजिस के चलते गोलीकांड की साजिस का खुलासा |

चुनाव की रंजिश में रची गोलीकांड की साजिश
बस्ती। प्रधानी चुनाव की तैयारी के दौरान हुई रंजिश में विपक्षी को हत्या के प्रयास के मुकदमे में फंसाने के लिए परशुरामपुर थानाक्षेत्र के बबुऔना गांव में गोली कांड की साजिश रची गई।
निवर्तमान ग्राम प्रधान के प्रतिनिधि से रंजिश रखने वाले से साठगांठ करके घायल अशोक यादव ने खुद पर फायर किया। पुलिस ने पूरे प्रकरण का पर्दाफाश करते हुए चारों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। घटना में प्रयुक्त असलहे और कारतूस भी बरामद कर लिया। एसपी हेमराज मीणा ने शुक्रवार दोपहर प्रेसवार्ता के दौरान बताया कि 12 घंटे के अंदर योजनाबद्ध घटना में शामिल चार आरोपितों को छपिया रोड नारायनपुर के पास से गिरफ्तार किया गया।मुख्य साजिशकर्ता आलोक सिंह निवासी बबुऔना, मस्तराम यादव निवासी बैराडीह थाना छपिया, जनपद गोंडा (घायल का फुफेरा भाई), प्रदीप गौतम और गांव का ही गुरु प्रसाद शामिल है। इन चारों से मिलकर घायल अशोक यादव ने घटना को अंजाम दिया। एसपी ने बताया कि घायल अशोक यादव को अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद गिरफ्तार किया जाएगा।
बृहस्पतिवार देर शाम साढ़े सात बजे 40 वर्षीय अशोक यादव ने पुलिस को सूचना दी कि उसके घर पहुंचे बाइक सवार बदमाशों ने फायर कर दिया। परिवार के लोग सीएचसी ले गए, जहां से जिला अस्पताल अयोध्या रेफर कर दिया गया। घायल अशोक ने गांव के तीन लोगों पर आरोप लगाया है। तीनों का नाम लेते हुए उसने बताया कि उनमें से दो विपक्षियों ने तमंचे से फायर किया, जबकि तीसरा बाइक पर ही बैठा रहा। घायल के मुताबिक, मुकदमे में सुलह करने के लिए छह महीने पहले उसे पीटा गया था। उसी वजह से उसके ऊपर हमला किया गया। मगर पुलिस ने तफ्तीश की तो कहानी उल्टी निकली। खुलासे में प्रभारी निरीक्षक परशुरामपुर, स्वाट और एसओजी की अहम भूमिका रही।
घायल ने जिन प्रत्यक्षदर्शियों के नाम लिए, उनसे शुरुआती पूछताछ के दौरान ही पुलिस ने भांप लिया था कि कहानी में काफी झोल है। डॉक्टर के बयान और सभी पक्षों की पृष्ठभूमि खंगालने के बाद साजिश का पता चला। तफ्तीश में पता चला की मुख्य साजिशकर्ता आलोक सिंह आपसी मुकदमेबाजी के चलते निवर्तमान प्रधान के प्रतिनिधि पंकज सिंह आदि से रंजिश रखता है। पुलिस के अनुसार, बृहस्पतिवार को अशोक यादव, प्रदीप गौतम, गुरु प्रसाद, अशोक यादव के रिश्तेदार मस्तराम यादव आलोक सिंह के घर इकट्ठा हुए। रात्रि करीब 7.30 बजे चारों लोग अशोक के घर आए।
आलोक सिंह और गुरु प्रसाद, अशोक यादव के घर के बगल की गली में असलहे के साथ खड़े रहे तथा प्रदीप गौतम और मस्तराम यादव घर में गए। मस्तराम मोटर साइकिल पर ही बैठा रहा। प्रदीप अशोक के घर के बरामदे में जाकर घर की लाइट बंद कर दी। योजना के अनुसार प्रदीप गौतम को गोली मारनी थी, पर वह हिम्मत नहीं कर पाया तो अशोक ने स्वयं ही पिस्टल लेकर एक फायर हवा में किया तथा दूसरी गोली अपनी बाई बांह की तरफ मार ली।
रिपोर्टर- प्रदीप कुमार वर्मा
          हर्रैया से
मो. ---9838003741

Post a Comment

0 Comments