बस्ती,जयन्ती पर याद किये गये नेताजी सुभाष चन्द्र बोस
बस्ती,सोमवार को नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के 126 वीं जयन्ती पर कायस्थ सेवा ट्रस्ट जिलाध्यक्ष राजेश कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व में ट्रस्ट पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं ने फौव्वारा तिराहा स्थित नेताजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन् किया।
ट्रस्ट संस्थापक अजय कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि नेताजी सुभाष चन्द्र बोस जी ने स्वतंत्रता के लिए जिस रास्ते को अपनाया था वह सबसे अलग था। वे अंग्रेजों के खिलाफ युद्ध करके देश को आजाद कराना चाहते थे। बोस जी ने भारतवासियों का आह्वान किया ‘ तुम मुझे खून दो , मैं तुम्हें आजादी दूंगा ‘। सुभाष चन्द्र बोस जी की इस दहाड़ से अंग्रेजों की सत्ता हिलने लगी थी। उनकी इसी आवाज के पीछे लाखों हिन्दुस्तानी बलिदान होने के लिए तत्पर हो गये थे। देश को आजाद कराने में उनका योगदान सदैव याद किया जायेगा। कहा कि नेताजी के योगदान से युवाओं को उनसे प्रेरणा लेना चाहिये।
ट्रस्ट जिलाध्यक्ष राजेश कुमार श्रीवास्तव, दुर्गेश श्रीवास्तव, सुरेन्द्र मोहन वर्मा ने कहा कि नेताजी सुभाष चन्द्र बोस एक सच्चे सेनानी थे। भारत के स्वतंत्रता आन्दोलन में बोस जी का एक महत्वपूर्ण योगदान है। बोस जी ने स्वतंत्रता संग्राम के लिए क्रांतिकारी तरीके की वकालत की थी। बोस जी ने भारतीय कांग्रेस से अलग होकर आल इण्डिया फारवर्ड की स्थापना की थी। भारत के ऐसे महान सपूत के प्रयासों से देश को आजादी मिली। उनका योगदान युगों तक याद किया जायेगा।
नेताजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन् करने वालों में मुख्य रूप से सर्वेश श्रीवास्तव, नीतेश श्रीवास्तव, आलोक श्रीवास्तव, अंकुर वर्मा, राकेश श्रीवास्तव, सर्वेश, पार्थ श्रीवास्तव, शिवनन्दन श्रीवास्तव, डब्बू श्रीवास्तव, जितेन्द्र श्रीवास्तव, अजीत श्रीवास्तव, घनश्याम श्रीवास्तव, मुकेश श्रीवास्तव, कृष्णचन्द्र श्रीवास्तव, कौशल किशोर श्रीवास्तव, प्रदीप श्रीवास्तव, परमात्मा प्रसाद श्रीवास्तव आदि शामिल रहे
ट्रस्ट संस्थापक अजय कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि नेताजी सुभाष चन्द्र बोस जी ने स्वतंत्रता के लिए जिस रास्ते को अपनाया था वह सबसे अलग था। वे अंग्रेजों के खिलाफ युद्ध करके देश को आजाद कराना चाहते थे। बोस जी ने भारतवासियों का आह्वान किया ‘ तुम मुझे खून दो , मैं तुम्हें आजादी दूंगा ‘। सुभाष चन्द्र बोस जी की इस दहाड़ से अंग्रेजों की सत्ता हिलने लगी थी। उनकी इसी आवाज के पीछे लाखों हिन्दुस्तानी बलिदान होने के लिए तत्पर हो गये थे। देश को आजाद कराने में उनका योगदान सदैव याद किया जायेगा। कहा कि नेताजी के योगदान से युवाओं को उनसे प्रेरणा लेना चाहिये।
ट्रस्ट जिलाध्यक्ष राजेश कुमार श्रीवास्तव, दुर्गेश श्रीवास्तव, सुरेन्द्र मोहन वर्मा ने कहा कि नेताजी सुभाष चन्द्र बोस एक सच्चे सेनानी थे। भारत के स्वतंत्रता आन्दोलन में बोस जी का एक महत्वपूर्ण योगदान है। बोस जी ने स्वतंत्रता संग्राम के लिए क्रांतिकारी तरीके की वकालत की थी। बोस जी ने भारतीय कांग्रेस से अलग होकर आल इण्डिया फारवर्ड की स्थापना की थी। भारत के ऐसे महान सपूत के प्रयासों से देश को आजादी मिली। उनका योगदान युगों तक याद किया जायेगा।
नेताजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन् करने वालों में मुख्य रूप से सर्वेश श्रीवास्तव, नीतेश श्रीवास्तव, आलोक श्रीवास्तव, अंकुर वर्मा, राकेश श्रीवास्तव, सर्वेश, पार्थ श्रीवास्तव, शिवनन्दन श्रीवास्तव, डब्बू श्रीवास्तव, जितेन्द्र श्रीवास्तव, अजीत श्रीवास्तव, घनश्याम श्रीवास्तव, मुकेश श्रीवास्तव, कृष्णचन्द्र श्रीवास्तव, कौशल किशोर श्रीवास्तव, प्रदीप श्रीवास्तव, परमात्मा प्रसाद श्रीवास्तव आदि शामिल रहे
Post a Comment
0 Comments