नियंत्रण कक्ष में तैनात सभी कर्मचारियों की सुरक्षा महत्वपूर्ण
बस्ती
प्रदेश के प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति व जिले के कोविड के नोडल ऑफिसर मुकेश कुमार मेश्राम ने रविवार को कोविड-19 के नियंत्रण एवं रोकथाम के लिए गठित विकास भवन स्थित कोविड-19 कमांड एवं कंट्रोल सेंटर तथा मेडिकल कॉलेज की चिकित्सा इकाई ओपेक कैली अस्पताल एल-टू अस्पताल का निरीक्षण किया। व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त करते हुए उन्होंने कोविड-19 के रोकथाम एवं बचाव के लिए आवश्यक सुझाव दिए। उनके साथ डीएम सौम्या अग्रवाल, सीडीओ डॉ. राजेश कुमार प्रजापति, पीडी कमलेश सोनी, एसडीएम सदर आशाराम वर्मा, बीएसए जगदीश शुक्ला, प्रधानाचार्य मेडिकल कॉलेज डॉ. नवनीत कुमार, डॉ. स्वाति तथा विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
निरीक्षण के क्रम में सबसे पहले उन्होंने कोविड-19 कमांड एवं कंट्रोल सेंटर का निरीक्षण किया। यहां पर उन्होंने सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करने, नियमित रूप से मॉस्क लगाने तथा हाथों को सैनिटाइज करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि नियंत्रण कक्ष का कार्य अत्यंत महत्वपूर्ण है और यहां पर तैनात सभी अधिकारी, कर्मचारी की विशेष सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। कंट्रोल रूम में उन्हें कोविड-19 पेशेंट को फैसिलिटी अलॉटमेंट के बारे में आईडीएसपी के उमेश ने आवश्यक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 15 मई को प्राप्त 164 नए केस में 81 होम आइसोलेशन में है।
उन्होंने यूएनडीपी तथा यूनिसेफ के अधिकारियों को निर्देशित किया कि वह निगरानी समितियों के क्रियाकलापों की गुणवत्तापूर्ण मॉनिटरिंग करें। यूनिसेफ के आलोक राय ने बताया कि जिले में 64 आरआरटी टीम गठित है। यूएनडीपी के हरेंद्र मिश्रा ने बताया कि टीकाकरण का कार्य सुचारू रूप से संचालित किया जा रहा है।
डीएम सौम्या अग्रवाल ने बताया कि 153000 लोगों को फर्स्ट डोज तथा 35900 को सेकंड डोज टीकाकरण किया जा चुका है। सेकंड डोज के लिए तिथि आने पर प्रत्येक व्यक्ति को फोन से तथा गांव में निगरानी समिति के माध्यम से टीका लगवाने के लिए रिमाइंडर किया जाता है। उन्होंने बताया कि गांव के राशन कार्ड धारक लोगों को खाद्यान्न दिया जा रहा है। प्रवासी कामगारों को तथा रेहड़ी, खोमचे लगाने वाले को एक हजार रुपए की आर्थिक सहायता भी प्रदान की जाएगी। इसके अलावा निराश्रित एवं वंचित लोगों को अंत्येष्टि के लिए पांच हजार रुपए की आर्थिक सहायता भी दी जा रही है।
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