ई-कुबेर से दुकानदारों, ठेले वालों और श्रमिकों के खाते में भेजे जाएंगे 1000 रुपये, अफसरों ने शुरू की तैयारी
भरण-पोषण भत्ते का 1000 रुपये ई-कुबेर के माध्यम से भेजा जाएगा। इसके लिए संबंधित विभागीय अधिकारियों को 28 मई को प्रशिक्षण दिया जाएगा। राहत आयुक्त रणवीर प्रसाद ने सोमवार को इस संबंध में सभी जिलाधिकारियों को निर्देश भेज दिया है। उन्होंने कहा है कि ठेला, खोमचा, रेहाड़ी, खोखा आदि लगाने वाले पटरी दुकानदार, पंजीकृत श्रमिकों के अलावा अन्य श्रमिक, दिहाड़ी मजदूर, रिक्शा, ई-रिक्शा चालक, कुली, पल्लेदार, नाविक, नाई, धोबी, मोची, हलवाई आदि रोज कमाकर खाने वालों को प्रति परिवार के हिसाब से 1000 रुपये माह का भत्ता ई-कुबेर के माध्यम से दिया जाएगा। अपर मुख्य सचिव राजस्व रेणुका कुमार अध्यक्षता में एनआईसी से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से यह प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसमें एडीएम राहत प्रभारी, मुख्य कोषाधिकारी या वरिष्ठ कोषाधिकारी व तकनीकी कार्मिकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
तीन महीने मिलेगी मुफ्त राशन
कोरोना संक्रमण की मार झेल रहे 14.78 करोड़ से ज्यादा गरीबों को राज्य सरकार मुफ्त अनाज देने जा रही है। इस मुफ्त अनाज का वितरण जून से शुरू होगा। वहीं प्रधानमंत्री गरीब अन्न कल्याण योजना के तहत 20 मई से वितरण शुरू हो चुका है। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून के तहत दिए जाने वाला अनाज अभी तक दो रुपये किलो गेहूं व तीन रुपये किलो चावल की दर से दिया जाता है, जिसे अब सरकार नि:शुल्क देगी। प्रदेश के 3.59 करोड़ कार्डधारकों को लाभ मिलेगा। राज्य सरकार ने जून, जुलाई और अगस्त में नि:शुल्क अनाज देने का फैसला लिया है। वहीं प्रधानमंत्री गरीब अन्न कल्याण योजना के तहत मई व जून में अनाज दिया जाएगा। इस बार प्रधानमंत्री अन्न कल्याण योजना में दाल या चना नहीं दिया जाएगा। पिछले वर्ष इसमें एक किलो चना भी दिया गया था। अंत्योदय अन्न योजना में कार्डधारक के लिए निश्चित अनाज दिया जाता है। वहीं पात्र गृहस्थी में प्रति यूनिट के हिसाब से अनाज दिया जाता है।
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