बस्ती पंचायत चुनाव 2021: आधी आबादी को मिलींं 33 फीसदी सीटें, जानिए ओबीसी और एससी के लिए कितनी सीटें हुईं रिजर्व
बस्ती - बस्ती में ग्राम प्रधान के 1185 पदों में से आधी आबादी को पासिंग मार्क मिला है। 33 फीसदी सीटें उनके लिए आरक्षित कर दी गई हैं। महिलाओं के हिस्से में 398 व पुरूषों को 787 सीट मिली है। 413 सीट अनारक्षित श्रेणी में है तो 772 सीटें किसी ने किसी वर्ग के लिए आरक्षित कर दी गई है।
जिला प्रशासन ने मंगलवार की देर रात ग्राम प्रधान समेत त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए आरक्षण सूची जारी कर दिया। प्रधान पद के लिए महिला के लिए 198, अनुसूचित महिला के लिए 88 व पिछड़ी जाति महिला के लिए 110 सीट आरक्षित की गई। अनुसूचित जाति के लिए 167, पिछड़ी जाति के लिए 204 सीटों को आरक्षित किया गया है। सीटों के आरक्षण की सूची विकास भवन, ब्लॉक परिसर व जिला पंचायत कार्यालय के पास चस्पा कर दिया गया है। जो इस सूची से सहमत नहीं हैं वह सूची को लेकर आपत्तियां तैयार करा रहे हैं। यह आपत्ति आठ मार्च तक दी जा सकती है।
ब्लॉक महिला अनुसूचित महिला पिछड़ी जाति महिला अनुसूचित पिछड़ी जाति अनारक्षित
बस्ती सदर 17 08 09 15 18 35
बनकटी 14 07 08 13 15 29
कुदरहा 12 06 07 12 14 24
बहादुरपुर 14 07 08 13 15 29
कप्तानगंज 08 05 05 08 10 17
दुबौलिया 10 05 06 10 11 21
हर्रैया 15 07 08 13 16 29
विक्रमजोत 15 05 07 15 14 28
परसुरामपुर 19 07 10 13 19 39
गौर 18 08 10 14 19 39
सल्टौआ गोपालपुर 17 06 09 11 17 35
रामनगर 14 05 08 08 14 32
रुधौली 13 05 07 09 14 27
सांऊघाट 14 07 08 13 08 29
कुुुल 198 88 110 167 204 413
प्रमुख की तीन सीटों पर नहीं दिखा आरक्षण का प्रभाव
ब्लॉक प्रमुख के 14 पदों के लिए जारी सूची में तीन ब्लॉक आरक्षण के प्रभाव से बचे रहे। सांऊघाट, विक्रमजोत व गौर की सीट अनारक्षित हैं। पिछले 2015 के चुनाव में भी यह तीनों सीटें अनारक्षित रहीं। विकास कार्यों को लेकर चर्चित रहने वाले तीनों ब्लॉकों का आरक्षण प्रभावित न होना जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है। पिछले 20 साल से विभिन्न वर्ग के लिए आरक्षित बस्ती सदर इस बार अनारक्षित है। 25 साल बाद रामनगर विकास खंड की सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हुई है।
नगर निकाय को छोड़ ग्रामीण क्षेत्र की आबादी लगभग 22 लाख है। अनूसूचित जाति की जनसंख्या 4.6 लाख, अन्य पिछड़ा वर्ग की 12 लाख व सामान्य की लगभग पांच लाख है। जिला पंचायत राज अधिकारी विनय कुमार सिंह का कहना है कि ब्लॉकों से निर्धारित फार्मेट के आधार पर सूचना मांगी गई थी। इसी सूचना के आधार पर आरक्षण का प्रस्ताव व जिला स्तरीय कमेटी का अनुमोदन हुआ। जिले के ब्लॉक प्रमुख के 14 में पांच सीट अनारक्षित, दो महिला, एक अनुसूचित महिला, दो ओबीसी महिला, दो अनुसूचित व दो ओबीसी के लिए आरक्षित की गई है। आरक्षण में शासनादेशों का अनुपालन किया गया है।
जिला पंचायत वार्ड आरक्षण को लेकर भाजपा में असंतोष
जिला पंचायत अध्यक्ष की सीट अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित है। कुल 43 वार्डों वाले जिला पंचायत में आरक्षण को लेकर घमासान मचा हुआ है। वार्ड आरक्षण की सूची को लेकर सर्वाधिक असंतोष भाजपा में ही है। आरक्षण के अनुसार तीन अनुसूचित जाति महिला, छह सीट अनुसूचित जाति, अन्य पिछड़ा वर्ग महिला के लिए चार, पिछड़ा वर्ग के लिए सात, महिला के लिए आठ व 15 सीट अनारक्षित है। जिला पंचायत अध्यक्ष की सीट आरक्षित होने के चलते पिछड़ा वर्ग के वार्ड काफी महत्वपूर्ण हो गए हैं। इसमें बस्ती सदर तृतीय, कुदरहा प्रथम, सल्टौआ गोपालपुर, रामनगर प्रथम, कुदरहा द्वितीय, रामनगर द्वितीय व गौर द्वितीय की सीट शामिल है। जिला पंचायत में वार्डों को लेकर भाजपा के कई बड़े दिग्गज आपत्ति देने के मूड में दिखाई दे रहे हैं।
रिपोर्टर - प्रदीप कुमार वर्मा
हर्रैया से
मो. --9838003741
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