गेहूं खरीद का लक्ष्य पूरा करना होगी चुनौती
बस्ती - गेहूं खरीद का लक्ष्य पूरा करना होगी चुुनौती
84 केंद्रों से प्वाइंट ऑफ परचेज से होगी खरीद
पिछले वर्ष लक्ष्य के 62 फीसदी हुई थी खरीद
बस्ती। जिले में गेहूं खरीद को लेकर कवायद शुरू हो गई है। इस बार खरीद का लक्ष्य 84,500 एमटी रखा गया है। शासन ने गेहूं का न्यूनतम मूल्य भी 1975 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है। हालांकि, पिछले वर्ष भी लक्ष्य यही था, मगर खरीद 62 प्रतिशत पर सिमट गई थी। ऐसे में इस बार खरीद का लक्ष्य पूरा एजेंसियों के लिए बड़ी चुनौती होगी।
पहली अप्रैल से गेहूं खरीद की तिथि शासन ने निर्धारित कर रखी है। इसके तहत खरीद की इस बार जो व्यवस्था बनाई गई है।
84 केंद्रों से प्वाइंट ऑफ परचेज से होगी खरीद
पिछले वर्ष लक्ष्य के 62 फीसदी हुई थी खरीद
बस्ती। जिले में गेहूं खरीद को लेकर कवायद शुरू हो गई है। इस बार खरीद का लक्ष्य 84,500 एमटी रखा गया है। शासन ने गेहूं का न्यूनतम मूल्य भी 1975 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है। हालांकि, पिछले वर्ष भी लक्ष्य यही था, मगर खरीद 62 प्रतिशत पर सिमट गई थी। ऐसे में इस बार खरीद का लक्ष्य पूरा एजेंसियों के लिए बड़ी चुनौती होगी।
पहली अप्रैल से गेहूं खरीद की तिथि शासन ने निर्धारित कर रखी है। इसके तहत खरीद की इस बार जो व्यवस्था बनाई गई है।
उसमें सभी किसानों को पहले पंजीकरण कराना अनिवार्य होगा। जो किसान एमएसपी के माध्यम से गेहूं बेचना चाहते हैं वे भी पंजीकरण कराए | वन टाइम पासवर्ड हासिल करें। इसी पासवर्ड पर उनका गेहूं खरीदा जाएगा। जिले में अब तक खाद्य विभाग के 14, पीसीएफ के 51, पीसीयू के 17, मंडी व एफसीआई के एक-एक केंद्र बनाए गए हैं।
हालांकि, अभी इन केंद्रों के अतिरिक्त तकरीबन 21 केंद्र और संभावित हैं, मगर अभी इनका प्रस्ताव नहीं आया है। गेहूं खरीद को लेकर व्यवस्थागत खामियां दूर करने में खाद्य रसद विभाग जुटा हुआ है। सभी केंद्रों पर बोरा व धन की कमी न आने पाए इसके लिए कोटेदारों से बोरों की खरीद की गई है। इसके अतिरिक्त विभाग के पास आवश्यकतानुसार बोरा मौजूद भी है।
डिप्टी आरएमओ गोरखनाथ त्रिपाठी ने कहा कि गेहूं खरीद इस बार बेहतर होने की उम्मीद है। पिछले साल सीजन में सरकार के न्यूनतम मूल्य से बाजार में कीमत अधिक हो गई थी, इस वजह से लक्ष्य पूरा नहीं हुआ। सरकार का यह उद्देश्य है कि किसानों को उनके उत्पाद का उचित मूल्य मिले। इस बार न्यूनतम मूल्य 1975 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है।
हालांकि, अभी इन केंद्रों के अतिरिक्त तकरीबन 21 केंद्र और संभावित हैं, मगर अभी इनका प्रस्ताव नहीं आया है। गेहूं खरीद को लेकर व्यवस्थागत खामियां दूर करने में खाद्य रसद विभाग जुटा हुआ है। सभी केंद्रों पर बोरा व धन की कमी न आने पाए इसके लिए कोटेदारों से बोरों की खरीद की गई है। इसके अतिरिक्त विभाग के पास आवश्यकतानुसार बोरा मौजूद भी है।
डिप्टी आरएमओ गोरखनाथ त्रिपाठी ने कहा कि गेहूं खरीद इस बार बेहतर होने की उम्मीद है। पिछले साल सीजन में सरकार के न्यूनतम मूल्य से बाजार में कीमत अधिक हो गई थी, इस वजह से लक्ष्य पूरा नहीं हुआ। सरकार का यह उद्देश्य है कि किसानों को उनके उत्पाद का उचित मूल्य मिले। इस बार न्यूनतम मूल्य 1975 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है।
रिपोर्टर- प्रदीप कुमार वर्मा
हर्रैया से
Mo. -9838003741
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